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राजस्थान मे चार लक्खी मेले राजपुत संतो,योद्धाओं के

राजस्थान मे चार लक्खी मेले राजपुत संतो,योद्धाओं के

राजस्थान मे चार लक्खी मेले भरते और चारो लक्खी मेले राजपुत संतो,योद्धाओं के है
ये चारो मेले इस प्रकार है -
1- रामदेवजी महाराज- आप तंवर राजपुत सरदार थे आप का मुख्य स्थान रुणिचा ( पोकरण) मे है सरकारी आंकडा है मेले - मेले में 50 लाख जात्री दर्शन करते है
मेले की रामदेव दशमी को गांव - गाव मे मेले भरते है अगर सारी संख्या जोडे तो करोडो मे जाती है क्या शक्ति होगी इस संत मे चुम्बक की तरह लोग खीचे चले आते है
 रामदेवजी महाराज

2- गोगाजी महाराज - आप चौहान राजपुत सरदार थे ।आप का मुख्य स्थान गोगामेडी ( हनुमानगढ ) मे है मेले मे 15-20 लाख लोग दर्शन करते है
गोगाजी महाराज

3- भ्रतहरी महाराज - आप पंवार राजपुूत सरदार थे इन का मुख्य स्थान भ्रतहरी धाम सरिस्का ( अलवर) मे है ।इनके मेले मे लगभग 15 लाख जात्री दर्शनो के लिए आते है
आप उज्जैन के बहुत बडे राजा थे। विक्रमादित्य जिनके नाम विक्रम संवत चलता है इनके छोटे भाई थे
4- बडे सुन्दरदास जी - आप राठौड राजपूत सरदार थे इनका मुख्य स्थान गाडराटा ( बबाई )जिला - झून्झुनु ( नीमकाथाना से 18 km ) है
तीन दिन और तीन रात इनका मेला चलता है लाखो की संख्या मे जात्रियो के रात दिन रेले के रेले आते है आप बीकानेर रियासत की महाजन के जागीरदार थे
पाबूजी महाराज

इस के अलावा पाबूजी,कल्लाजी आदि के मेले जहा श्रद्धालुओ की संख्या लाखो में रहती है

साभार - बलवीर सिंह राठौड़

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