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महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा

महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा

पाली के खरोकड़ा गांव के राजपूत समाज के युवा इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने गांव में ही महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा लगाने का निर्णय ले लिया। प्रतिमा के लिए युवाओं ने कोई चंदा भी नहीं लिया बल्कि अपने परिवारों को ही प्रेरित कर 20 लाख रुपए की राशि जुटा ली। कुल 30 युवाओं ने अपने परिवारों से यह राशि जुटाई। अब महाराणा प्रताप की प्रतिमा तैयार है। इसका लोकार्पण जनवरी में करवाने की तैयारी की जा रही है।

महाराणा प्रताप की यह अश्वारूढ़ प्रतिमा पंचधातु से बनी है और 14 फीट ऊंची है। प्रतिमा में प्रताप के हाथ में भाला भी है। इसका वजन 15 सौ किलो से अधिक है। जयपुर के मूर्तिकार से खास तौर पर इसे बनाया गया है।

युवाओं का दावा है कि यह प्रतिमा संभवतया जोधपुर संभाग की सबसे बड़ी है। प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा के अनावरण समारोह की तैयारियां भी जारी हैं। इसके लिए हल्दी घाटी से जोत लाई जाएगी। समारोह में संभाग के राजपूत समाज, जनप्रतिनिधि राज्य तथा केंद्र सरकार के मंत्रियों को बुलाने की तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि महाराणा प्रताप की 475वीं जयंती के मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह ने प्रताप के शौर्य को लेकर भाषण दिया था।

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