आखिर क्यों एक राजपूत ही एनकाउंटर में मारा जाता हैं?
आखिर क्यों एक राजपूत ही एनकाउंटर में मारा जाता हैं?
एक ओर शेर सदा सदा के लिए सो गया।।
आखिर कब तक सरकार और राजपूतो के बीच आंखमिचौली का खेल चलता रहेगा।
आखिर क्यों एक राजपूत ही एनकाउंटर में मारा जाता हैं।
क्या और कोई अपराधी नही बचा है। या केवल राजपूत ही अपराधियों की श्रेणी में आते है।
क्या भीमसिंह भाटी इतना बड़ा अपराधी था जो उसका एनकाउंटर करना पड़ा।
क्यों एक एक राजपूत को चुन-चुन कर मारा जा रहा है।
एक से बाद एक साजिश के पीछे किसका हाथ है।
ऐसे कई सवाल है जो मन मे बार बार चुभते है।
हे मेरे वीर बंधुओ। माँ भारती के लाड़ले सपुते।।।। उठो।जागो।और एक असमय विधवा हुई उस क्षत्राणी अबला के न्याय के लिए पूरा क्षत्रिय राजपूत समाज ,36 कॉम के साथ मिलकर एकजुटता का परिचय दे।एक क्षत्रिय होने के नाते अपने क्षत्रिय धर्म के अनुसार इस विपदा की घड़ी में भीमसिंह के परिवार के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाए।
अगर अभी भी कोई उचित कदम नही उठाया गया तो आगे किसी के साथ भी ऐसी घटना घटित हो सकती है।
सभी राजपूत संगठन एकता के साथ पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए
मर्डर या एनकाउंटर ? राजपूत समाज ने हत्या करने का आंध्रा पुलिस पर लगाया आरोप, समाज हुआ लामबद्ध
भीनमाल थाने के कुख्यात हिस्टीशीटर शंभुसिंह भाटी के पुत्र भीमसिंह भाटी की आन्ध्राप्रदेश पुलिस की कार्यवाही में मौत हो गई। राजपूत समाज के लोगों ने इस वारदात का हत्या का मामला बताया है और आन्ध्रा पुलिस के जवानों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हे गिरफतार करने की मांग कर रहे है। समाज के लोगों कसा सीएचसी की मोर्चरी के पास जमावड़ा शुरू हो गया है। गौरतलब है कि मृतक भीमसिंह भाटी भी भीनमाल थाने का कुविख्यात हिस्टीशीटर रहा है और उसके खिलाफ भी कई प्रदेशों के पुलिसथाने में 15 से ज्यादा मामले दर्ज है। इधर, एएसपी जसाराम बोस ने कहा कि आन्ध्रा पुलिस ने स्थानीय पुलिस को बिना सूचना दिए यह कार्यवाही की है। जालौर जिले के सांचैर में शुक्रवार को आंध्रप्रदेश पुलिस की फायरिंग में एक बदमाश की मौत हो गई। इसके साथ एक दूसरा साथी घायल हो गया। घटना उस वक्त हुई जब आंध्रप्रदेश पुलिस कथित 6 करोड़ के लूट की घटना के एक आरोपी का पीछा कर रही थी। इस दौरान पुलिस फायरिंग में एक बदमाश की मौत हो गई। इस दौरान गाड़ियों की चपेट में आई एक महिला की भी मौत हो गई।
आंध्र पुलिस को सूचना मिली थी कि लूट की वारदात का आरोपी जालौर जिले में छिपा है। पुलिस के अनुसार महाराष्ट्र पुलिस को भी एक संगीन मामले में इसकी तलाश थी। अतिआधुनिक तकनीक से सुसज्जित आन्ध्रा पुलिस की टीम ने जीपीएस तकनीक से आरोपियों के वाहन का पीछा करना शुरू कर दिया। सांचोर-रानीवाड़ा स्टेट हाईवे पर फिल्मी स्टाइल में आंध्रप्रदेश के करनूल जिले की डॉन थाना पुलिस लूट की वारदात के आरोपी का पीछा कर रही थी। पुलिस व बदमाश दोनों अपनी-अपनी स्कार्पियों में थे।
आंध्र के करनूल जिले की पुलिस भीम सिंह पुत्र शंभू सिंह भाटी निवासी भागल, भीनमाल का पीछा कर रही थी। गाड़ी में उसके साथ भरत पुरोहित निवासी बिछावाड़ी सवार था। आंध्र पुलिस के अनुसार वे अपराधी का काफी दूर से पीछा कर रहे थे। उन्होंने उसे पकड़ना चाहा तो वह अपने एक साथी के साथ स्कार्पियो से भाग छूटा। बदमाश को भागता देख पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें उसकी मौत हो गई।
दौड़ती गाड़ियों की चपेट में आने से शांति पत्नी बाबूनाथ जोगी की मौत हो गई। वह बुरी तरह कुचल गई थी जिससे उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर, जालौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस ने बताया कि आंध्रप्रदेश पुलिस ने स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया। गोली चलने की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस में हड़कंप मच गया था। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि आंध्र पुलिस लूट के आरोपी का पीछा कर रही थी। गौरतलब है कि मृतक का पिता शंभुसिंह पुत्र अमरसिंह भाटी निवासी भागल तहसील भीनमाल जिला जालोर का अपराध जगत में दाखिला सन् 1975 में हुआ था। इसके खिलाफ अभी तक 23 मामले विभिन्न पुलिसथानों में दर्ज है। कई बार कोर्ट के द्वारा उसे भीनमाल से तडीपार भी किया जा चुका है। अभी शंभुसिंह भाटी निष्क्रिय है और गुजरात में अज्ञातवास में निवासरत है।
बहरहाल, राजपूत समाज इस मामले को लेकर संगठित हो रहा है और आन्ध्रा पुलिस के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराने पर तुला हुआ है। जिसमें सियासी दखलअंदाजी भी होने की संभावना जतायी जा रही है। कल क्या होता है वो तो वक्त ही बताएगा पर एक बात सच है कि जिले सहित भीनमाल में सुस्त पडी जातिगत सियासत में गर्माहट आना तय माना जाता है।
सांचौर-रानीवाड़ा क्षेत्र में लाछड़ी सरहद में एनकाउंटर का मामला, शनिवार दोपहर में सहमति के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए जालोर पहुंचा
*जालोर* सांचौर थाना क्षेत्र के लाछड़ी सरहद में भीमसिंह भाटी के तेलंगान पुलिस द्वारा एनकाउंटर का परिजनों और समाजबंधुओं द्वारा विरोध के बाद पुलिस की ओर से आश्वासन पर मामला 24 घंटे बाद सुलझ गया और परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। इधर, जालोर के राजकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव करीब 7 बजे परिजनों को सुपुर्द किया गया। इससे पूर्व सवेरे शुरु हुआ वार्ता का दौर दोपहर तक चला। इस दौरान परिजनों ने हत्या का प्रकरण दर्ज करवाने, आरोपितों की गिरफ्तारी करने की मांग पर पुलिस की ओर से शनिवार दोपहर में सहमति जारी की गई। सहमति वार्ता में एसपी विकास शर्मा, सांसद देवजी पटेल, भोमिया समाज के नेता ऊमसिंह चांदराई, राजपूत समाज के अध्यक्ष राव मोहनसिंह चितलवाना की मौजूदगी में वार्ता हुई। जिसके बाद दोपहर 1.20 बजे पुलिस जाब्ते के साथ शव को जालोर रवाना किया गया। शाम 4.15 बजे भीमसिंह का शव जालोर पहुंचा। भारी पुलिस जाब्ते के बीच शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी तक पहुंचा गया। जहां पर भीमसिंह के भाई खुशालसिंह की सहमति के बाद पोस्टर्माटम की प्रक्रिया शुरू हुई।
पहले एक्स-रे फिर पीएम
शाम को 4.20 बजे शव का पहले स्तर पर मेडिकल शुरू किया गया। पुलिस जाब्ते के साथ शव को एक्सरे-रूम तक पहुंचाया गया, जहां एक्स-रे के बाद शव को मोर्चरी में पहुंचाया गया। जहां पर गठित टीम में डॉ. वीपी मीणा, विकास मीणा, डॉ. आरसी मीणा, डॉ. हेमंत जैन और पीएमओ एसपी शर्मा की मेडिकल टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के दौरान पुलिस द्वारा वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
*अस्पताल की घेराबंदी*
भीमसिंह का शव जालोर पहुंचने से पहले ही अस्पताल के इर्द गिर्द चप्पे चप्पे पर पुलिस जाब्ता तैनात रहा। अस्पताल के मुख्य गेट के पास, अस्पताल के पिछले हिस्से समेत मोर्चरी की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया। इधर मौके पर एसपी विकास शर्मा, एसडीएम राजेंद्रसिंह सिसोदिया, एएसपी जालोर पीडी धानिया, पाली एएसपी ज्योति स्वरूप, पुलिस उप अधीक्षक दुर्गसिंह, सीआई राजेंद्रसिंह राठौड़ समेत पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
*राजपूत समाज के लोग पहुंचे*
पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल के इर्द गिर्द काफी संख्या में राजपूत और भोमिया राजपूत समाज के लोग पहुंचे। इससे पूर्व मृतक के भाई खुशालसिंह के साथ भोमिया राजपूत समाज से ऊमसिंह चांदराई भी पहुंचे। इधर, मारवाड़ राजपूत महासभा के अध्यक्ष हनुमानसिंह भी जालोर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो आंदोलन का रुख अपनाया जाएगा।
*संचार सेवाएं बाधित*
भीमसिंह एनकाउंटर प्रकरण के बाद शनिवार को सांचौर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बाधित रही। इधर, पोस्टमार्टम के लिए शव जालोर के राजकीय अस्पताल तक पहुंचने के बाद शाम को इंटरनेट सेवाएं कुछ नेटवर्क पर बंद रही।
सोशल मीडिया पर छाया रहा एनकाउंटर प्रकरण
भीमसिंह एनकाउंटर शनिवार को दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। लोगों ने इस पर पक्ष विपक्ष के कमेंट दिए। वहीं भीमसिंह के कुछ पारिवारिक फोटो भी सोशल मीडिया पर छाए रहे। इस दौरान कुछ लोगों ने राजस्थान पुलिस की अन्य राज्यों की पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी तुलनात्मक कमेंट भी लिखे।
6.50 बजे सुपुर्द किया शव
करीब ढाई घंटे तक मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का विभिन्न स्तर पर पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद करीब शाम 6.50 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।
Sar: तेलंगाना पुलिस के खिलाफ जोधपुर डिवीजन कमीशनर की फटकार के बाद जालोर एसपी ने सांचौर थाने मै करवाया धारा 302 का मुकदमा दर्ज कमीशनर के मुताबित बिना हमारी इजाजत के कैसे किया एनकाउंटर अब शव को ले जाया जायेगा जालोर टीम के द्वारा करवाया जाएगा दुबारा पोस्टमार्टम तेलंगाना पुलिस को गिरफ्तार कर बिठाया सांचौर थाने मै
जब तक जांच पुरी नही होगी तब तक नही छोङी जायेगी
कमीशनर के मुताबित AP पुलिस को हमेशा सुचना देनी थी बिना RP पुलिस को सुचना देने पर बाहरी पुलिस कोई गतिविधि करती है तो उसे एनकाउंटर नही हत्या करार दिया जायेगा जालोर एसपी ने तेलंगाना पुलिस से कहा जालोर तेलंगाना के बाप की जागीर नही है
आखिर कब तक सरकार और राजपूतो के बीच आंखमिचौली का खेल चलता रहेगा।
आखिर क्यों एक राजपूत ही एनकाउंटर में मारा जाता हैं।
क्या और कोई अपराधी नही बचा है। या केवल राजपूत ही अपराधियों की श्रेणी में आते है।
क्या भीमसिंह भाटी इतना बड़ा अपराधी था जो उसका एनकाउंटर करना पड़ा।
क्यों एक एक राजपूत को चुन-चुन कर मारा जा रहा है।
एक से बाद एक साजिश के पीछे किसका हाथ है।
ऐसे कई सवाल है जो मन मे बार बार चुभते है।
हे मेरे वीर बंधुओ। माँ भारती के लाड़ले सपुते।।।। उठो।जागो।और एक असमय विधवा हुई उस क्षत्राणी अबला के न्याय के लिए पूरा क्षत्रिय राजपूत समाज ,36 कॉम के साथ मिलकर एकजुटता का परिचय दे।एक क्षत्रिय होने के नाते अपने क्षत्रिय धर्म के अनुसार इस विपदा की घड़ी में भीमसिंह के परिवार के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाए।
अगर अभी भी कोई उचित कदम नही उठाया गया तो आगे किसी के साथ भी ऐसी घटना घटित हो सकती है।
सभी राजपूत संगठन एकता के साथ पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए
मर्डर या एनकाउंटर ? राजपूत समाज ने हत्या करने का आंध्रा पुलिस पर लगाया आरोप, समाज हुआ लामबद्ध
भीमसिंह भाटी |
आंध्र पुलिस को सूचना मिली थी कि लूट की वारदात का आरोपी जालौर जिले में छिपा है। पुलिस के अनुसार महाराष्ट्र पुलिस को भी एक संगीन मामले में इसकी तलाश थी। अतिआधुनिक तकनीक से सुसज्जित आन्ध्रा पुलिस की टीम ने जीपीएस तकनीक से आरोपियों के वाहन का पीछा करना शुरू कर दिया। सांचोर-रानीवाड़ा स्टेट हाईवे पर फिल्मी स्टाइल में आंध्रप्रदेश के करनूल जिले की डॉन थाना पुलिस लूट की वारदात के आरोपी का पीछा कर रही थी। पुलिस व बदमाश दोनों अपनी-अपनी स्कार्पियों में थे।
आंध्र के करनूल जिले की पुलिस भीम सिंह पुत्र शंभू सिंह भाटी निवासी भागल, भीनमाल का पीछा कर रही थी। गाड़ी में उसके साथ भरत पुरोहित निवासी बिछावाड़ी सवार था। आंध्र पुलिस के अनुसार वे अपराधी का काफी दूर से पीछा कर रहे थे। उन्होंने उसे पकड़ना चाहा तो वह अपने एक साथी के साथ स्कार्पियो से भाग छूटा। बदमाश को भागता देख पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें उसकी मौत हो गई।
दौड़ती गाड़ियों की चपेट में आने से शांति पत्नी बाबूनाथ जोगी की मौत हो गई। वह बुरी तरह कुचल गई थी जिससे उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर, जालौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस ने बताया कि आंध्रप्रदेश पुलिस ने स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया। गोली चलने की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस में हड़कंप मच गया था। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि आंध्र पुलिस लूट के आरोपी का पीछा कर रही थी। गौरतलब है कि मृतक का पिता शंभुसिंह पुत्र अमरसिंह भाटी निवासी भागल तहसील भीनमाल जिला जालोर का अपराध जगत में दाखिला सन् 1975 में हुआ था। इसके खिलाफ अभी तक 23 मामले विभिन्न पुलिसथानों में दर्ज है। कई बार कोर्ट के द्वारा उसे भीनमाल से तडीपार भी किया जा चुका है। अभी शंभुसिंह भाटी निष्क्रिय है और गुजरात में अज्ञातवास में निवासरत है।
बहरहाल, राजपूत समाज इस मामले को लेकर संगठित हो रहा है और आन्ध्रा पुलिस के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराने पर तुला हुआ है। जिसमें सियासी दखलअंदाजी भी होने की संभावना जतायी जा रही है। कल क्या होता है वो तो वक्त ही बताएगा पर एक बात सच है कि जिले सहित भीनमाल में सुस्त पडी जातिगत सियासत में गर्माहट आना तय माना जाता है।
सांचौर-रानीवाड़ा क्षेत्र में लाछड़ी सरहद में एनकाउंटर का मामला, शनिवार दोपहर में सहमति के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए जालोर पहुंचा
*जालोर* सांचौर थाना क्षेत्र के लाछड़ी सरहद में भीमसिंह भाटी के तेलंगान पुलिस द्वारा एनकाउंटर का परिजनों और समाजबंधुओं द्वारा विरोध के बाद पुलिस की ओर से आश्वासन पर मामला 24 घंटे बाद सुलझ गया और परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। इधर, जालोर के राजकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव करीब 7 बजे परिजनों को सुपुर्द किया गया। इससे पूर्व सवेरे शुरु हुआ वार्ता का दौर दोपहर तक चला। इस दौरान परिजनों ने हत्या का प्रकरण दर्ज करवाने, आरोपितों की गिरफ्तारी करने की मांग पर पुलिस की ओर से शनिवार दोपहर में सहमति जारी की गई। सहमति वार्ता में एसपी विकास शर्मा, सांसद देवजी पटेल, भोमिया समाज के नेता ऊमसिंह चांदराई, राजपूत समाज के अध्यक्ष राव मोहनसिंह चितलवाना की मौजूदगी में वार्ता हुई। जिसके बाद दोपहर 1.20 बजे पुलिस जाब्ते के साथ शव को जालोर रवाना किया गया। शाम 4.15 बजे भीमसिंह का शव जालोर पहुंचा। भारी पुलिस जाब्ते के बीच शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी तक पहुंचा गया। जहां पर भीमसिंह के भाई खुशालसिंह की सहमति के बाद पोस्टर्माटम की प्रक्रिया शुरू हुई।
पहले एक्स-रे फिर पीएम
शाम को 4.20 बजे शव का पहले स्तर पर मेडिकल शुरू किया गया। पुलिस जाब्ते के साथ शव को एक्सरे-रूम तक पहुंचाया गया, जहां एक्स-रे के बाद शव को मोर्चरी में पहुंचाया गया। जहां पर गठित टीम में डॉ. वीपी मीणा, विकास मीणा, डॉ. आरसी मीणा, डॉ. हेमंत जैन और पीएमओ एसपी शर्मा की मेडिकल टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के दौरान पुलिस द्वारा वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
*अस्पताल की घेराबंदी*
भीमसिंह का शव जालोर पहुंचने से पहले ही अस्पताल के इर्द गिर्द चप्पे चप्पे पर पुलिस जाब्ता तैनात रहा। अस्पताल के मुख्य गेट के पास, अस्पताल के पिछले हिस्से समेत मोर्चरी की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया। इधर मौके पर एसपी विकास शर्मा, एसडीएम राजेंद्रसिंह सिसोदिया, एएसपी जालोर पीडी धानिया, पाली एएसपी ज्योति स्वरूप, पुलिस उप अधीक्षक दुर्गसिंह, सीआई राजेंद्रसिंह राठौड़ समेत पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
*राजपूत समाज के लोग पहुंचे*
भीमसिंह एनकाउंटर |
पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल के इर्द गिर्द काफी संख्या में राजपूत और भोमिया राजपूत समाज के लोग पहुंचे। इससे पूर्व मृतक के भाई खुशालसिंह के साथ भोमिया राजपूत समाज से ऊमसिंह चांदराई भी पहुंचे। इधर, मारवाड़ राजपूत महासभा के अध्यक्ष हनुमानसिंह भी जालोर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो आंदोलन का रुख अपनाया जाएगा।
*संचार सेवाएं बाधित*
भीमसिंह एनकाउंटर प्रकरण के बाद शनिवार को सांचौर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बाधित रही। इधर, पोस्टमार्टम के लिए शव जालोर के राजकीय अस्पताल तक पहुंचने के बाद शाम को इंटरनेट सेवाएं कुछ नेटवर्क पर बंद रही।
सोशल मीडिया पर छाया रहा एनकाउंटर प्रकरण
भीमसिंह एनकाउंटर शनिवार को दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। लोगों ने इस पर पक्ष विपक्ष के कमेंट दिए। वहीं भीमसिंह के कुछ पारिवारिक फोटो भी सोशल मीडिया पर छाए रहे। इस दौरान कुछ लोगों ने राजस्थान पुलिस की अन्य राज्यों की पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी तुलनात्मक कमेंट भी लिखे।
6.50 बजे सुपुर्द किया शव
करीब ढाई घंटे तक मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का विभिन्न स्तर पर पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद करीब शाम 6.50 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।
Sar: तेलंगाना पुलिस के खिलाफ जोधपुर डिवीजन कमीशनर की फटकार के बाद जालोर एसपी ने सांचौर थाने मै करवाया धारा 302 का मुकदमा दर्ज कमीशनर के मुताबित बिना हमारी इजाजत के कैसे किया एनकाउंटर अब शव को ले जाया जायेगा जालोर टीम के द्वारा करवाया जाएगा दुबारा पोस्टमार्टम तेलंगाना पुलिस को गिरफ्तार कर बिठाया सांचौर थाने मै
जब तक जांच पुरी नही होगी तब तक नही छोङी जायेगी
कमीशनर के मुताबित AP पुलिस को हमेशा सुचना देनी थी बिना RP पुलिस को सुचना देने पर बाहरी पुलिस कोई गतिविधि करती है तो उसे एनकाउंटर नही हत्या करार दिया जायेगा जालोर एसपी ने तेलंगाना पुलिस से कहा जालोर तेलंगाना के बाप की जागीर नही है
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